और क्या साल के पहले ग्रहण की तरह वलयाकार सूर्य ग्रहण कुछ ही हफ्तों में भारत में दिखाई नहीं देगा? सारी जानकारी पता करें.
सूर्य ग्रहण 2024: इस समय पश्चिम बंगाल और पूरे देश के लोग सूर्य की भीषण गर्मी से जूझ रहे हैं, लेकिन सूर्य से जुड़ी ब्रह्मांडीय घटना को लेकर उत्साह कम नहीं हो रहा है। पिछले 8 अप्रैल यानी ठीक दो महीने पहले इस साल 2024 का पहला सूर्य ग्रहण (Suryagrahan) या सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse) लगा था. लेकिन सिर्फ इसलिए नहीं कि यह साल का पहला ग्रहण है, यह अप्रैल सूर्य ग्रहण एक और कारण से विशेष था - यह एक अधिनायकवादी ग्रहण था जिसने दुनिया को कुछ मिनटों के लिए अंधेरा कर दिया था। ऐसे में अब साल के अन्य दो सूर्य ग्रहण, खासकर दूसरे सूर्य ग्रहण का खगोल विज्ञान और ज्योतिष हलकों में अध्ययन शुरू हो गया है.
सूर्यग्रहण 2024: कब लगेगा साल का दूसरा सूर्य ग्रहण?
इस साल का दूसरा सूर्य ग्रहण 2 अक्टूबर यानी गांधी जयंती पर है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार यह ग्रहण आश्विन मास की अमावस्या तिथि को लगेगा. यह दूसरा सूर्य ग्रहण वलयाकार (प्रकृति में वलयाकार पढ़ें) होगा जिसे रिंग ऑफ फायर भी कहा जाता है। भारतीय समय के मुताबिक, ऐसे में ग्रहण रात 9:13 बजे शुरू होगा और 3:17 बजे खत्म होगा। इसका मतलब यह है कि यह सूर्य ग्रहण करीब 6 घंटे 4 मिनट तक रहेगा. इस बीच साल के पहले सूर्य ग्रहण की तरह अक्टूबर का यह ग्रहण भी दुनिया भर के कई देशों में दिखाई देगा।
क्या भारत में दिखेगा साल का दूसरा सूर्य ग्रहण?
अगर आप भारत के निवासी हैं और इस साल के दूसरे पूर्ण सूर्य ग्रहण को लेकर उत्साहित हैं तो आपके लिए बुरी खबर है। क्योंकि 2024 के पहले सूर्य ग्रहण की तरह दूसरा सूर्य ग्रहण इस देश में नहीं दिखेगा. लेकिन ऐसे में चूँकि सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए इसके आरंभिक काल का प्रभाव यहां मान्य नहीं होगा।
लेकिन भले ही इससे भारत को निराशा हुई हो लेकिन ये सूर्य ग्रहण दुनिया के कई देशों में देखा जाएगा. उदाहरण के लिए, दक्षिण अमेरिका का उत्तरी भाग, आर्कटिक, अर्जेंटीना, पेरू, फिजी, चिली, ब्राजील, मैक्सिको, न्यूजीलैंड और प्रशांत महासागर इस अद्भुत ब्रह्मांडीय घटना के गवाह बनेंगे।