मुंबई, 12 अगस्त 2025: डिजिटल युग में जहां तकनीक ने जीवन को आसान बनाया है, वहीं साइबर अपराधियों ने भी नए-नए तरीके निकाल लिए हैं ठगी करने के। मुंबई में एक ऐसा ही चौंकाने वाला मामला सामने आया है जिसमें एक व्यक्ति के बैंक अकाउंट से महज कुछ मिनटों में करीब 4 लाख रुपये गायब हो गए — और ये सब हुआ eSIM फ्रॉड के जरिए।

eSIM क्या
है मामला?
मुंबई
के अंधेरी इलाके में रहने वाले
38 वर्षीय रोहित शर्मा (बदला हुआ नाम)
को एक अनजान नंबर
से कॉल आई। कॉलर
ने खुद को मोबाइल
सर्विस प्रोवाइडर कंपनी का कर्मचारी बताते
हुए कहा कि उनका
सिम जल्द ही बंद
होने वाला है और
इसे तुरंत eSIM में अपग्रेड करना
जरूरी है।
ठग ने बड़ी चतुराई
से रोहित से eSIM अपडेट के लिए एक
QR कोड स्कैन करवाया और कुछ ही
देर में उनका मोबाइल
नेटवर्क बंद हो गया।
नेटवर्क जाते ही उनका
मोबाइल ठगों के कब्जे
में चला गया।
कैसे हुआ eSIM फ्रॉड?
- OTP
एक्सेस:
जैसे ही eSIM एक्टिवेट हुआ, ठगों को उनके नंबर का पूरा कंट्रोल मिल गया। इसके बाद बैंक से जुड़े सभी OTP ठगों के पास पहुंचने लगे।
- बैंकिंग ऐप लॉगिन: साइबर अपराधियों ने रोहित की ऑनलाइन बैंकिंग में लॉगिन कर लिया और उनके अकाउंट से मिनटों में 4 लाख रुपये निकाल लिए।
- मोबाइल नेटवर्क ब्लॉक: पीड़ित जब तक कुछ समझ पाते, उनका फोन नेटवर्क से पूरी तरह कट चुका था और बैंक से अलर्ट आने बंद हो चुके थे।
साइबर
एक्सपर्ट्स की चेतावनी eSIM
साइबर
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, यह
फ्रॉड तेजी से फैल
रहा है क्योंकि लोग
eSIM तकनीक के बारे में
पूरी जानकारी नहीं रखते। ठग
लोगों को भ्रमित करके
QR कोड या SMS के जरिए मोबाइल
नंबर अपने कब्जे में
ले लेते हैं।
eSIM फ्रॉड बचाव कैसे करें?
- किसी भी अनजान कॉल या SMS से सावधान रहें।
- eSIM या SIM अपग्रेड संबंधित कोई भी प्रक्रिया केवल मोबाइल कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट या ऐप के जरिए ही करें।
- QR कोड या लिंक स्कैन करने से पहले अच्छी तरह जांचें।
- मोबाइल नेटवर्क अचानक बंद हो जाए तो तुरंत मोबाइल सर्विस प्रोवाइडर और बैंक को सूचित करें।
निष्कर्ष
eSIM एक
आधुनिक और सुविधाजनक तकनीक
जरूर है, लेकिन इसके
साथ जुड़े खतरे भी अब
सामने आने लगे हैं।
अगर आप सतर्क नहीं
रहे, तो आपकी मेहनत
की कमाई मिनटों में
गायब हो सकती है।
साइबर ठगों से बचने
का सबसे अच्छा तरीका
है — जागरूकता और सतर्कता।